मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में शनिवार को हुई हिमाचल कैबिनेट की बैठक में अहम फैसले लिए गए। 31 मार्च 2020 तक तीन साल पूरे कर चुके सभी अनुबंध कर्मचारियों को नियमित करने का फैसला लिया गया।


मंत्रिमंडल ने 31 मार्च 2020 तक तीन साल की नियमित सेवा पूरी करने वाले अनुबंध कर्मचारियों की सेवाओं को नियमित करने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। इसमें वे कर्मचारी भी शामिल हैं जो 30 सितंबर 2020 को तीन साल की नियमित सेवाएं पूरी कर रहे थे। इसके साथ ही 31 मार्च 2020 तक पांच साल की सेवा पूरी कर चुके दैनिक वेतनभोगियों-आकस्मिक वेतनभोगी कर्मचारियों को भी नियमित करने का निर्णय लिया। इसमें 30 सितंबर 2020 को अपने पांच साल पूरे कर रहे कर्मचारी भी शामिल हैं। 

कैबिनेट ने करूणामूलक आधार पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग में लिपिकों के 13 पदों को भरने का फैसला किया। मंत्रिमंडल ने हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से निदेशक सैनिक कल्याण विभाग के एक पद को नियमित आधार पर भरने के लिए अपनी सहमति दी।

कैबिनेट ने सोलन जिले के कसौली विधानसभा क्षेत्र में पशु औषधालय देवोथी को अपग्रेड पशु चिकित्सालय करने के लिए अपनी अनुमति दी।  साथ ही इस अस्पताल में पदों के सृजन के लिए मंजूरी दी। मंडी जिले के श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय मेडिकल कॉलेज नेरचौक में सहायक प्रोफेसर के एक रिक्त पद को सीधी भर्ती के माध्यम से भरने की मंजूरी दी। 

रामसुभग सिंह की अध्यक्षता की टास्क फोर्स एग्जिट प्लान पर फैसला लेगी। इस पर मुख्य सचिव से मंत्रणा की जाएगी। बैठक में कैबिनेट ने एपिडेमिक एक्ट को मंजूरी दी। हमीरपुर में बिना लक्षण और ट्रेवल हिस्ट्री के कोविड-19 केस सामने आने पर कैबिनेट ने चिंता जताई। बैठक में सभी मंत्री मास्क पहनकर पहुंचे।